95% भारतीय अभी भी गहराई से नहीं सोचते, ना ही सही विचारधारा रखते है.सबसे अधिक प्रचलित कुछ भ्रम जिसके हम शिकार है -
- जैविक खेती से फसल कम हो जाती है. इसका कोई खरीदार नहीं है.
- देशी गाय कम दूध देती है इससे अच्छा है जर्सी गाय या भैंस पालना .
- जैविक तरीके से तैयार अन्न का स्वाद अलग नहीं लगता .
- भाजपा और कौंग्रेस एक ही जैसे है. आप शायद कुछ कर दिखाए .
- अंग्रेजी नव वर्ष की एक दुसरे को बधाई देना.
- राजनीति और सामाजिक विषय पर बात करने वाले थोड़े दिमाग के खिसके हुए होते है. धूम थ्री या अन्य बातें करना चाहिए.
- घर में काम करने वाली गृहिणी कुछ नहीं करती.
- अपने प्रांत की भाषा और अंग्रेजी ही आनी चाहिए. हिंदी में बोलना सही नहीं.
- सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद और स्वदेशी की बात ना कर व्हाट्सएप जैसे टाइम पास ज़्यादा कूल है.
- दिखावे और बातों में जो अव्वल है वही लोकप्रिय है. सादगी से दूरी बढती जा रही है.
- देश , धर्म और संस्कृति के अस्तित्व को कोई ख़तरा नहीं है.
- जैविक खेती से फसल कम हो जाती है. इसका कोई खरीदार नहीं है.
- देशी गाय कम दूध देती है इससे अच्छा है जर्सी गाय या भैंस पालना .
- जैविक तरीके से तैयार अन्न का स्वाद अलग नहीं लगता .
- भाजपा और कौंग्रेस एक ही जैसे है. आप शायद कुछ कर दिखाए .
- अंग्रेजी नव वर्ष की एक दुसरे को बधाई देना.
- राजनीति और सामाजिक विषय पर बात करने वाले थोड़े दिमाग के खिसके हुए होते है. धूम थ्री या अन्य बातें करना चाहिए.
- घर में काम करने वाली गृहिणी कुछ नहीं करती.
- अपने प्रांत की भाषा और अंग्रेजी ही आनी चाहिए. हिंदी में बोलना सही नहीं.
- सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद और स्वदेशी की बात ना कर व्हाट्सएप जैसे टाइम पास ज़्यादा कूल है.
- दिखावे और बातों में जो अव्वल है वही लोकप्रिय है. सादगी से दूरी बढती जा रही है.
- देश , धर्म और संस्कृति के अस्तित्व को कोई ख़तरा नहीं है.
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